उत्तरकाशी : “कहते हैं जाको राखे साईयां मार सके न कोय” ऐसा ही कुछ देखने को मिला उत्तरकाशी जिले में यहॉ उत्तराखण्ड़ परिवहन निगम की बस अचानक अनियंत्रित हो गई। तेज रफ्तार अनियंत्रित बस अचानक सड़क से बाहर आ गई यह देखते ही बस में सवार यात्रीयों की चीख पुकार मच गई। 48 यात्रीयों की जान हलक में अटक गई। हर कोई भगवान को याद करने लगा, अपनी-अपनी सलामती की दुआ मांगने लगा। यात्रीयों के आखों के सामने एक और मौत दिख रही थी तो दूसरी ओर अपने प्रियजनों की तस्वीरें।
हर कोई डर से सहमा हुआ था, लेकिन उत्तराखण्ड़ परिवहन निगम के चालक का हौसला अभी भी टूटा नहीं था उसने हिम्मत नहीं हारी और अचानक चमत्कार हो गया। मानों मॉ गंगा खुद यात्रीयों की रक्षा के लिए अवतरित हुई हो। बस सड़क किनारे से नीचे की ओर गिरते गिरते बच गई और बस का एक हिस्सा सड़क किनारे ही हवा में लटक गया। और बड़ा हादसा होते होते टल गया। बताया जा रहा है कि यह बस गंगोत्री से ऋषिकेश की ओर जा रही थी। तभी अचानक धराली के पास बस अनियंत्रित होकर सड़क से बाहर चली गई। बस में कुल 48 यात्रि सवार थे, फिलहाल सभी खत्री सुरक्षित हैं।